गहरा शयन: सचेतना का मूल
उनकी रोशनी में धीरे-धीरे खो जाती है, और मन की चेतना एक नए सन्दर्भ में उतरती है। यह वह क्षेत्र है जहाँ विचार अपनी स्वतंत्रता पाते हैं, और �
उनकी रोशनी में धीरे-धीरे खो जाती है, और मन की चेतना एक नए सन्दर्भ में उतरती है। यह वह क्षेत्र है जहाँ विचार अपनी स्वतंत्रता पाते हैं, और �